नई दिल्ली | भले ही भारत जीडीपी से लेकर और तमाम क्षेत्र में प्रगति कर रहा हो लेकिन एक क्षेत्र आज भी ऐसा है जहाँ हमें बहुत सुधार की आवश्यकता है. वो क्षेत्र है महिला सुरक्षा. अभी आये एक सर्वे के अनुसार , भारत में हर 10 में से 4 लड़की , 19 साल की उम्र तक पहुँचते पहुँचते , किसी भी तरह की प्रताड़ना या हिंसा का शिकार होती है. यह सर्वे इसलिए भी चौकाने वाला है क्योकि पूरी दुनिया में महिला सुरक्षा को लेकर हर देश चिंता जाहिर कर चूका है.
एक गैर सरकारी संगठन ‘एक्शन एड ‘ ने चार देशो में करायाए सर्वे की रिपोर्ट सार्वजनिक की है. इस संगठन ने जिन चार देशो में सर्वे किया वो है भारत , थाईलैंड, ब्राजील और ब्रिटेन. इस सर्वे के अनुसार भारत में करीब 6 फीसदी लडकिया, 10 साल की उम्र होने से पहले प्रताड़ना का शिकार होती है. जबकि थाईलैंड में 8, ब्रिटेन में 12 और ब्राजील में 16 फीसदी लडकिया प्रताड़ना का शिकार होती है.
इस सर्वे में जब यह पुछा गया की पिछले एक महीने में आप किसी न किसी प्रताड़ना का शिकार हुई है तो आंकड़े बहुत चौकाने वाले थे. करीब 41 फीसदी लडकियों ने कहा की वो पिछले एक महीने में प्रताड़ित हुई है. यह आंकड़ा भारत का है जबकि और देशो में स्थिति और ख़राब है. थाईलैंड में करीब 67 फीसदी महिला , पिछले महीने प्रताड़ना का शिकार हुई है.
वही ब्रिटेन में 57 फीसदी और ब्राजील में सबसे अधिक 87 फीसदी महिलाये प्रताड़ना का शिकार हुई है. पिछले एक महीने में अगर छेड़खानी का आंकड़ा देखे तो भारत में 26 फीसदी महिलाओ का मानना है की वो छेड़खानी का शिकार हुई है. वही और देशो में देखा जाए तो ब्राजील में 20 फीसदी , थाईलैंड में 26 फीसदी और ब्रिटेन में 16 फीसदी महिलाये छेड़खानी का शिकार हुई है.