आज भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन ने बताया की ट्रिपल तलाक को खत्म करने के लिए फाइल की गयी याचिका पर 50K महिलाओं ने दस्तखत कर दी है. ऑनलाइन रजिस्टर की गयी इस पेटिशन को अन-कुरानिक प्रैक्टिस का नाम दिया गया है.
भारतीय महिला मुस्लिम आंदोलन की फाउंडर ने कहा की अब 50 हज़ार महिलाओं के दस्तखत करने के बाद हम यह चाहते है की नेशनल कमीशन फॉर वीमेन(NCW ) हमारी मदद करे.
इसी बीच, ट्रिपल तलाक़ की प्रैक्टिस छोडने की पेटिशन पर लघभग 90 % महिलाओं के साथ देने के बाद भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व अध्य्क्ष और भारत के न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने ट्वीट किया, कहा है सब मुल्ला? किया वह इसके खिलाफ में कुछ नहीं करेंगे?
इससे पहले काटजू ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया था की, “मैं स्ट्रॉंग्ली ट्रिपल ओरल तलाक़ और बुर्क़े के खिलाफ हुँ और मैं सिविल ड्रेस का समर्थन करता हूँ”
दूसरी तरफ गौर करने वाली बात यह की आल इंडिया मुस्लिम वीमेन पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्य्क्ष शाइस्ता एम्बर भी ट्रिपल तलाक़ की प्रैक्टिस के खिलाफ है.