भारत और ईरान के बीच दोहरे कर से बचने, वीजा प्रक्रिया को आसान बनाने और प्रत्यर्पण संधि की पुष्टि करने सहित नौ समझौते हुए हैं. इन समझौतों में सबसे खास चाबहार बंदरगाह पर समझौता है.
संयुक्त वक्तव्य में पीएम मोदी ने कहा कि चाबहार पोर्ट के निर्माण में आपने (ईरान) जिस तरह का नेतृत्व उपलब्ध कराया, मैं उसके लिए आपका शुक्रिया अदा करता हूं. मैंने 2016 में तेहरान का दौरा किया था. अब आपके (हसन रूहानी) यहां आने से हमारे रिश्ते और मजबूत होंगे.
हसन रूहानी ने कहा कि हम दोनों देशों (भारत और ईरान) के बीच रेलवे रिलेशन्स विकसित करना चाहते हैं. दोनों देशों (भारत और ईरान) के बीच के संबंध व्यापार और कारोबार से आगे जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने भारत और ईरान का ज्वाइंट पोस्टल स्टैंप भी जारी किया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘व्यापार एवं निवेश, ऊर्जा, संपर्क, रक्षा एवं सुरक्षा और क्षेत्रीय मुद्दों पर दोनों नेताओं ने ठोस एवं लाभकारी चर्चा की.’
इस मौके पर ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि भारत और ईरान के संबंध व्यापार और बिजनेस से भी ऊपर है, यह इतिहास रचेगा. रूहानी ने भारत सरकार और यहां के लोगों का धन्यवाद भी किया.
अपनी तीन दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी आज राष्ट्रपति भवन भी पहुंचे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद रूहानी राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर गए और उन्हें श्रद्धाजंलि दी.