बंगलौर | नोट बंदी का आज 23वा दिन है. इसके अलावा आज नए महीने की पहली तारीख भी है. काफी वेतन भोगियो के लिए यह तारीख काफी महत्तवपूर्ण होती है क्योकि ज्यादातर लोगो की तनख्वाह महीने की पहली तारीख को ही आती है. इसलिये आज बैंक और एटीएम के सामने ज्यादा लम्बी लाइन लगी हुई थी. लेकिन बैंक और एटीएम और दिन की तरह ही काम कर रहे थे, उनके संचालन पर इसका कोई फर्क नही पड़ रहा था. न बैंक में पहले कैश होता था और न ही आज था. इसी तरह एटीएम भी रोज की तरह खाली या बंद थे.
ऐसे में नोट बंदी की अगर किसी को सबसे ज्यादा चोट लगी है तो वो है आम आदमी. कालेधन रखने वालो पर इसका क्या फर्क पड़ा यह तो पता नही चल पाया लेकिन आम और गरीब आदमी पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी है. उधर कालेधन और उसका संचय करने वाले लोगो के नाम पर अमल में लायी गयी नोट बंदी का फर्क उन पर क्या पड़ा यह आये दिन खबरों से आपको पता लग ही जाता होगा.
कालेधन वालो का धन आराम से सफ़ेद हो रहा है. इसका एक और उदहारण आज बंगलौर में देखने को मिला. यहाँ आयकर विभाग के छापे में 4.7 करोड़ रूपए की नयी करेंसी बरामद हुई. इसके अलावा करीब 30 लाख रूपए के पुराने नोट और कुछ सोने के बिस्कुट भी बरामद हुए. आयकर विभाग और सरकार के सामने यह सबसे बड़ा सवाल है की इन लोगो के पास इतनी बड़ी रकम और वो भी नए नोटों में कहाँ से आई?
आयकर विभाग ने दो लोगो के पास से यह रकम बरामद की है. एक इंजिनियर है जबकि दूसरा ठेकेदार. इनके पास से कुछ आईडी कार्ड भी बरामद हुए है. आयकर विभाग को शक है की इन लोगो की सहायता से ही इन्होने कालेधन को सफ़ेद में बदलवाया होगा. इसके अलावा आयकर विभाग इस काम में किसी बैंक कर्मी की संलिप्ता की भी जांच कर रहा है. इतनी बड़ी मात्र में नयी करेंसी मिलने का देश में यह पहला मामला है. इससे पहले दिल्ली में दो व्यक्ति 27 लाख के नए नोटों के साथ गिरफ्तार किये गए थे.