2013 में हैदराबाद के दिलसुखनगर में हुए दोहरे बम धमाके के मामले में NIA की स्पेशल कोर्ट ने आईएम के यासीन भटकल को फांसी की सजा सुनाई है.
दिलसुखनगर के भीड़ भरे बाजार वाले इलाके में हुए इन धमाकों में 18 लोगों की मौत हो गई थी और 130 घायल हो गए थे. साल 2013 में हैदराबाद में हुए बम धमाकों में पिछले सप्ताह एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने यासीन भटकल और तहसीन अख्तर उर्फ मोनू को दोषी करार दिया था. कोर्ट ने इस केस में यासीन भटकल समेत 5 दोषियों को सजा-ए-मौत दिए जाने का ऐलान किया है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख शरद कुमार के अनुसार, ‘यह पहली बार है जब इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों को दोषी ठहराया गया. वे (इंडियन मुजाहिदीन) देशभर में हमलों की साजिश रच रहे थे.’
एनआईए के मुताबिक रियाज नाम का आतंकी अभी भी फरार है. रियाज की नेपाल या पाकिस्तान में होने की संभावना जताई जा रही है. भटकल के अलावा उत्तर प्रदेश के असदुल्ला अख्तर, पाकिस्तान के जिया-उर-रहमान उर्फ वकास, बिहार के तहसीन अख्तर और महाराष्ट्र के एजाज शेख को दोषी ठहराया गया.