2000 के नोट में नैनो चिप होने की खबर में कितनी है सच्चाई , क्या सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाह ?

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नई दिल्ली | प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही 500 और 1000 के नोट को बंद करने की घोषणा की , पूरे देश में अफरा तफरी मच गयी. लोगो ने इस पर प्रतिक्रिया भी देनी शुरू कर दी. शुरुआत में लगा की देश में अब केवल मैक्सिमम 100 रूपए के नोट ही चलेंगे. लेकिन कुछ देर में ही इस सस्पेंस से भी पर्दा उठ गया. सरकार ने 500 और 1000 के पुराने नोट के बदले , नए 500 और 2000 के नोट चलन में लाने की घोषणा की.

जैसे ही यह खबर मीडिया में आई की सरकार 2000 का नोट चलाने जा रही है वैसे ही राजनितिक पार्टियों ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए. विपक्ष की और से कहा गया की इससे कालेधन और भ्रस्टाचार में और बढ़ोतरी होगी. आखिर इतने बड़े नोट चलाने की क्या जरुरत थी? इससे सरकार की कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की मंशा पर शक होना लाजिमी है.

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अब सवाल पैदा हुआ है तो भक्तो ने जवाब का अनोखा त्रिखा खोज निकाला . इस सवाल के जवाब में सोशल मीडिया पर एक झूठ फैलाना शुरू कर दिया. इस झूठ को सच का अमलीजामा पहनाने का काम किया , कुछ न्यूज़ चैनल ने. सोशल मीडिया पर कल से एक अफवाह फैलाई जा रही है की 2000 के नए नोट में एक नैनो चिप लगाई गयी है जिससे इस नोट को ट्रैक करना आसान है. इस नोट को सेटेलाईट से ट्रैक किया जा सकता है.

इस अफवाह को कुछ न्यूज़ चैनलो ने पुरे जोर शोर से प्रसारित किया. आइये हम आपको बताते है की इसकी सच्चाई क्या है? 2013 में अमेरिका में अब तक की सबसे छोटी चिप विकसित की गयी जिसे RFID यानी रेडियो फ़्रिक्वेन्सी आइडेन्टिफ़िकेशन चिप कहा गया. उन्होंने दावा किया की यह कागज़ में भी लगाई जा सकेगी. लेकिन जिस कागज में इसको लगाया जा सकता है या तो वो काफी मोटा है या फिर चिप उसमे उभार के तौर पर दिखाई देगी. इस उभार की वजह से इस कागज की प्रिंटिंग संभव नही है.

अब तक जो सबसे छोटी चिप सामने आई है उसका साइज 4X4X2.1 mm है. इस चिप को कपड़ो और इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण में लगाया जा सकता है. इस चिप के जरिये किसी की लोकेशन को ट्रैक किया जा सकता है. लेकिन कपडे से पतली चीज को यह चिप ट्रैक नही कर सकती. यह आपको पता है की देश में इस्तेमाल होने वाले नोट कितने पतले होते है.

जो नोट कल आरबीआई ने जारी किये वो भी पुराने नोट जितने ही पतले है. इसलिय इनमे किसी भी चिप को लगाना संभव नही है. इस तरह की चीज अब तक दुनिया में किसी भी देश की करेंसी में इस्तेमाल नही हुई है. इसके अलावा आरबीआई ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में इस बात की पुष्टि नही की और न ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इसका जिक्र किया. इसलिए यह बात बिलकुल झूठ है की आने वाले नोट में कोई नैनो चिप लगी होगी. यह सोशल मीडिया पर चलाया गया एक प्रोपेगंडा है.

नीचे वो डिटेल है जो RBI ने जारी की है इसमें नए नोट से जुडी सभी जानकारी है लेकिन इसमें भी चिप का ना तो ज़िक्र है ना ही RBI ने अलग से कोई स्पष्टीकरण दिया है, NDTV, DNA,SCroll ने भी क्लियर कर दिया की यह सिर्फ एक अफवाह है जिसका वास्तविकता से कोई सम्बन्ध नही है.

 

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