जम्मू कश्मीर प्रशासन ने दो राजनीतिक नेताओं को नजरबंदी से रिहा करने की सोमवार को घोषणा की। इसके अलावा दो अन्य को विधायक हॉस्टल से उनके घर स्थानांतरित किया जायेगा।
अधिकारियों ने बताया कि पीडीपी से दिलावर मीर और गुलाम हसन मीर गत पांच अगस्त से नजरबंद थे और 110 दिनों से अधिक की नजरबंदी के बाद नये केन्द्र शासित प्रदेश प्रशासन ने उन्हें रिहा कर दिया।
रिहा किये गये ये लोग पूर्व विधायक हैं और अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाये जाने संबंधी केन्द्र के फैसले के दिन पांच अगस्त से इन लोगों को अपने-अपने आवासों पर नजरबंद किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर की विधानसभा में विधायक रहे अशरफ मीर और हाकीन यासीन को उनके घर स्थानांतरित किया जायेगा लेकिन वे नजरबंदी में रहेंगे। मीर और यासीन दोनों उन 34 राजनीतिक नेताओं में शामिल थे, जिन्हें श्रीनगर के सेंटूर होटल से स्थानांतरित किए जाने के बाद विधायक हॉस्टल में रखा गया था।
हालांकि तीन पूर्व मुख्यमंत्री – फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती अब भी नजरबंद हैं। फारूक अब्दुल्ला को पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत 17 सितंबर को उनके घर पर नजरबंद कर दिया गया, जबकि उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को शहर के अलग-अलग हिस्सों पर नजरबंद रखा गया है।