इस्लाम में आत्महत्या हराम होते हुए भी जाकिर नाइक ने फिदायीन हमलों को बताया जायज

इस्लाम धर्म आत्महत्या करने को हराम ठहराता है और कहता है की जिस किसी ने एक इन्सान का क़त्ल किया मानो उसने पूरी इंसानियत को कत्ल किया लेकिन जाकिर नाइक ने आज सुसाइड ब्लास्ट को जायज ठहराया हैं.

सऊदी अरब के मदीना से विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मीडिया को सबोधित करते हुए कहा कि वह सभी तरह की आतंकी गतिविधियों की निंदा करते हैं. साथ ही दावा किया कि उनके बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. उन्होंने खुद पर लगे इससे संबंधित आरोपों को झूठा करार दिया.

जाकिर नाईक ने स्पष्ट कहा कि देशहित में फिदाईन हमले सही हैं, लेकिन मैं आतंकवादी हमलों की निंदा करता हूं. जाकिर ने इस्लाम में आत्मघाती हमलें को एक तरफ हराम बताया है. लेकिन उन्होंने कहा कि युद्ध में आत्मघाती हमला जायज है. देशहित में आत्मघाती हमले जायज है. जाकिर ने कहा कि जान बचाने के लिए शराब पीना भी जायज है.

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