जेद्दाह– सऊदी योग ट्रेनर डॉ नौफ़ मरवाई को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान ”पद्मा श्री ” से नवाजा गया. नौफ़ को यह सम्मान जेद्दाह में भारत के गणतन्त्र दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में इंडियन कांसुलेट द्वारा दिया गया.
उन्होंने कहा की “कई सालों से मै भारतीय संस्कृति को बढ़ावा दे रही हूँ, खासकर योग को, और अक्सर मै लोगों का ध्यान इसी बात पर आकर्षित करती हूँ की भारत कितनी खूबसूरत जगह है.” दोस्तों के बीच मेरा योग का प्रचार करना उन्हें भारतीय संस्कृति की तरफ आकर्षित करता है.
नौफ का जन्म ऑटो-इम्यून रोग में हुआ था, पिछले उन्नीस सालों से नौफ़ योग और नेच्रोपेथी का अभ्यास कर रही है.
नौफ़ को यह सम्मान देकर इंडियन एम्बेसडर अहमद जावेद और कौंसल जनरल मोहम्मद नूर रहमान ने ख़ुशी प्रकट की.
उन्होंने कहा की “नौफ़ को योग को लोकप्रिय बनाये जाने के लिए मान्यता दी गयी है और यह हम सब के लिए गर्व की बात है की पहली बार किसी सऊदी महिला को इस सम्मान से नवाजा गया है.”
उन्होंने कहा की “नौफ़ पिछले कुछ सालों से भारत के दूतावास, रियाद और भारतीय दूतावास जनरल जेद्दाह से जुड़ी हुई है और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम के अवसर हमारे कार्यक्रमों में शामिल हुई हैं.”
जावेद ने कहा, “यह मान्यता भारत और सऊदी अरब के बीच के ऐतिहासिक सामाजिक-सांस्कृतिक और लोगों के रिश्ते को बढ़ाती है,” जनरल एमडी नूर रहमान शेख ने कहा कि “जब उन्हें शुक्रवार की सुबह पुरस्कार के बारे में बताया गया था, तब उन्होंने मान्यता पर बेहद खुश महसूस किया.”
“हमारे साथ नौफ़ इतनी निकटता से जूडी है और नौफ़ को भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार मिला है, निश्चित रूप से हमारे लिए एक महान सम्मान है उन्हें मेरे दिल से बधाई है, वास्तव में यह योग क्रांति का चेहरा है.”
नौफ मारवाई सऊदी अरब में पहली प्रमाणित योग प्रशिक्षक हैं और उन्होंने देश में योग को मान्यता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, सऊदी अरब ने नवंबर 2017 में योग को एक खेल घोषित किया था.
मारवाई ने अब तक 3,000 से अधिक छात्रों को पढ़ाया है और, 2009 के बाद से, देश में लगभग 70 योग शिक्षकों को प्रमाणित किया है.
वह आयुर्वेदिक भारतीय चिकित्सा की एक व्यवसायी है और एक नैदानिक मनोवैज्ञानिक, जीवनशैली सलाहकार, और आयुर्वेद और योग चिकित्सक है.