‘परिजनों ने बेटी का कराया था ज़बरदस्ती दूसरा निकाह, दूल्हें ने शरीअत का हवाला देकर दुल्हन को उसके शोहर को सोंपा’

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शरीअत के आधार पर तलाक को गलत साबित करने के इस घमासान के बीच पटना में एक ऐसा मामला पेश आया हैं जिसमे एक लड़की की शरीअत की वजह से जिंदगी बर्बाद होने से बच बच गई.

प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना में आरिफ नाम के युवक का शफीना (काल्पनिक नाम) ने निकाह हुआ था. लेकिन आरिफ ने शरीअत के आधार पर निकाह को गलत बताते हुए रिशेप्शन की रात दुल्हन को उसके शोहर को सोंप दिया.

दरअसल शफीना का निकाह पहले ही हो चूका था लेकिन उसके परिजनों ने रिश्ते को नकारते हुए ज़बरदस्ती से आरिफ  को पुराने रिश्तें के बारें में कुछ बताये शफीना का निकाह आरिफ के साथ कर दिया. इस बात का पता आरिफ को सुहागरात की रात को शफीना से पता चला. शाफिना ने आरिफ को बताया कि पढ़ाई के दौरान वह जावेद से प्यार करने लगी थी. इसी दौरान उन्होंने इस्लामी कानून के निकाह भी कर लिया. मगर, जॉब लग जाने तक यह बात परिजनों को नहीं बताने का फैसला किया.

इसी बीच जावेद की विदेश में नौकरी लग गई और वह विदेश चला गया. शाफिना ने जावेद से अपने निकाह के बारे में परिजनों को बता दिया लेकिन उन्होंने  जावेद के साथ शफीना का रिशते को नामंजूर करते हुए शफीना का मोबाइल छीन कर उसे घर में ही कैद कर दिया गया और उसका निकाह आरिफ से तय कर दिया गया.

शाफिना से सच्चाई पता लगने के बाद आरिफ ने जावेद को फोन लगा कर अगले दिन पटना बुला लिया. शादी की तीसरी शाम को यानि रिसेप्शन के दिन जावेद पटना पहुंच गया. शफीना को लेकर आरिफ सीधे जावेद के पास गया और उन्हें उनकी अमानत सौंप कर घर लौट आया. और सारा मामला घर वालों को पूरा मामला बता दिया.

आरिफ के घर वाले बेटे के साहसिक फैसले का स्वागत करते हुए घर की खुशियों को मायूसी में न बदलते हुए आरिफ की ही एक दूर की रिश्तेदार के यहाँ शादी कर दी.

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