किताबें कहती है की हमें अच्छा काम करना चाहिए, किताबें कहती है हमें गरीबों की मदद करनी चाहिए, किताबें कहती है की मजदूरों को उनका हक मिलना चाहिए, किताबें कहती है गरीबों को शिक्षा मिलनी चाहिए, किताबें कहती है की सब लोग बराबर है … किताबें बहुत कुछ कहती है लेकिन हम उतना करते नही है, दुनिया में बहुत कम लोग ऐसे है जो दूसरों की ख़ुशी में अपना सुख तलाश लेते है बहुत कम लोगो की तादाद ऐसी है जो गरीबों की मदद करते है
आइए हम आपको मिलवाते है एक ऐसी ही महान शख्सियत से जो दिन में अपनी नौकरी करते है तथा शाम को पास की ही गरीब बस्ती के बच्चों को मुफ्त पढ़ाते है रौशनी का इंतज़ाम ना होने के कारण वो एटीएम के लिए लगाई गुई स्ट्रीट लाइट के नीचे बच्चों को बैठा देते है
इन्हें लेकर उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने फेसबुक पर पोस्ट की है पढ़िए क्या कहते है नरेन्द्र नेगी
“ये हैं फौज से सेवानिवृत्त बिजेंद्र, देहरादून में माजरा स्थित इलाहाबाद बैंक एटीएम में सिक्योरिटी गार्ड हैं। शाम ढलते ही कामगार व भीख मांगने वाले बच्चे इनके पास जुटने लगते हैं।
आसपास की मलिन बस्तियों के करीब 24 बच्चों को एटीएम की रोशनी में ही पढाते हैं। अनुशासन भी सिखाते हैं। विध्या दान का ऐसा ऐसा पुण्य कार्य वह पिछले 16 वर्षों से कर रहे हैं।
फोटो खींचने को बमुश्किल राजी हुए। तमाम साक्षरता अभियानों व हमारे प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों के लिए सीख बन सकता है यह प्रयास।”
साभार – नरेन्द्र सिंह नेगी फेसबुक वाल