क्या कसूर है इस महिला का, समाज इस महिला को पागल कह कर पुकारता है . यह महिला आज मां बनी है, मगर अफसोस की बात यह है की इस बच्चे का कोई बाप बनने के लिए तैयार नहीं है. प्रसव के समय कई महिलाऐ वहा से गुज़र रही थी लेकिन किसी की भी ममता और इंसानियत उसे देखकर नही जागी. कुछ लड़के वहां से गुज़र रहे थे उनके अंदर की इंसानियत जागी और जिस तरह हो सका उन्होंने महिला की मदद की. उन्होंने उसके प्रसव के समय बच्चे के जन्म में जो बन पड़ा वह सब कुछ किया.
इन युवाओं की मदद को सलाम किया जाना चाहए क्योंकि उन्होंने महिला की सबसे कठिन वक़्त पर मदद की है. जहाँ हर कोई इस पागल महिला से बचकर निकल रहा था वहीँ इन युवाओं ने यह नेक काम करके यह ज़ाहिर कर दिया की दुनिया में इंसानियत और रहम अभी भी जिंदा है.
आपको बता दें कि, इन लड़कों ने अपने साथ पढ़ने वाली लड़कियो से इस मामले के बताया ताकि वह कुछ महिला की कुछ मदद कर सके. लेकिन हैरान करने वाली बात यह रही कि उन लड़कियो ने इस बेसहारा महिला की मदद करने से इनकार कर दिया. वहीँ कुछ लड़कियों ने तो घृणा करते उन्हें भी वहां से जाने को कह दिया. ऐसा सुलूक भी भला कोई करता है क्या ?
आपको बता दें कि, इन सभी लड़को की उम्र 15 – 18 साल के बीच है. इन लड़कों ने दूसरे लोगों से मदद मांगकर महिला और बच्चे की हिफाज़त की है. यहाँ समाज ने पागल महिला को मदद नहीं दी वहीँ इन लड़कों ने मदद का हाथ बढाकर समाज को यह बताया है इंसान पागल हो या सही वह आखिर इंसान ही होता है. अब देखिए कुछ तस्वीरें जिन्हें देखकर आपको इन लड़कों की बहादुरी पर गर्व होगा.