साबरमती आश्रम- गांधी जी का नाम तक सही नही लिख पाए नेतन्याहू

netanyahu message

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इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू और उनकी पत्नी सारा नेतान्याहू इस दिनों 6 दिनों के लिए भारत के दौरे पर आएं है. भारत के प्रधानमंत्री और इजराइल के प्रधानमंत्री के भारत और इजराइल के बढते सम्बन्धों को मज़बूत बनाने के लिए कई डील पर हस्ताक्षर भी किये है.

अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से उन्होंने भारत यात्रा के दौरान फादर ऑफ नेशन महात्मा गाँधी के लिए एक सन्देश लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि “भारत की  यात्रा के दौरान मैं इंसानियत के महान पैगंबर महात्मा गाँधी से प्ररित हूँ.” और नीचे लिखा है बेंजामिन नेतान्याहू और सारा नेतान्याहू. यह सन्देश अंग्रेजी में लिखा गया है जिसमें महात्मा गाँधी से प्रेरित होने की बात लिखने वाले नेतान्याहू ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का नाम “गाँधी” नहीं बल्कि “घांडी”(“Gandhi” नहीं बल्कि “Ghandi”) लिखा है.

गौरतलब है की मानवाधिकारों को ताक पर रखकर उनका उल्लंघन करने वाला इजराइल, फिलिस्तिनी बस्तियों पर कब्ज़ा जमाने पर लगा हुआ है. हालाँकि की महात्मा गाँधी ने ज़िन्दगी भर अहिंसा का पालन किया लेकिन वहीँ हम जानते है की इसराइल इस समय विश्व हथियारों का बड़ा बाज़ार है. एक हाथ में बन्दूक लेकर कैसे अहिंसा के पुजारी को मानवता का पैगम्बर कहा जा सकता है. ज़ाहिर सी बात है जो महात्मा गाँधी को मानते है वो हिंसा के खिलाफ होते हैं.

पिछले दिनों हमने देखा की 16 वर्षीय लड़की अहद तमीमी को इसराइल सरकार ने सिर्फ अपना पक्ष रखने के कारण गिरफ्तार कर लिया और अभी तक हिरासत में हैं.

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