आज यूनाइटेड किंगडम से एक खबर आयी है जिसमे प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने बाहर देशो से आकर बसे लोगो के रिश्तेदारों और माओं के लिए स्किल टेस्ट लेने की बात कही है,जिसमे कम से कम ढाई साल पहले आकर यूनाइटेड किंगडम में बसी महिलाओं का लैंग्वेज टेस्ट होगा और अगर इस टेस्ट में महिलाएं फेल हो जाती है तो उन्हें वापस अपने देश लौटना होगा. ये स्किल टेस्ट इंग्लिश लैंग्वेज से सम्बंधित होगा तथा नियम विदेशो से यूके आकर बसी सभी महिलाओं के लिए समान बराबर होगा लेकिन भारतीय मीडिया ने इस खबर को भी सांप्रदायिक रंग दे डाला
एक जाने माने हिंदी तथा इंग्लिश न्यूज़ पेपर ने इसी खबर को नमक मिर्च लगाकर कुछ इस तरह पेश किया
“इस नियम की वजह से अलग हो जायेंगे मुस्लिम परिवार” तथा
“लैंग्वेज टेस्ट देकर हो रह पाएंगी मुस्लिम माएं “
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ये है हमारे देश भारत की मीडिया का हाल, अब देखते है विदेशी मीडिया इस खबर को कैसे दिखा रही है
ये है अंतर्राष्ट्रीय अख़बार का स्क्रीनशॉट, जिससे साफ़ है की ये नियम सभी माइग्रेंट लोगो के लिए है, प्रवासी लोगो के साथ रहने वाले रिश्तेदारों को देश में रहने की इजाज़त तभी होगी जब वो लोग ये स्किल टेस्ट पास कर लेंगे