

सऊदी अरब के खिलाफ जाकर क़तर को एक बड़ा नुक्सान होने की सम्भावना नज़र आ रही है, हालाँकि क़तर पहले से काफी देशों के प्रतिबन्ध का सामना कर रहा है लेकिन इस बार जो मुसीबत उसके लिए सामने आने वाली है उससे देश को बड़ा नुक्सान तो होगा ही साथ ही साथ हजारों लोगो के रोज़गार सम्बंधित समस्यायें पैदा हो जाएँगी. सर्वविदित है की सऊदी अरब और अमेरिका का चोली दामन का साथ है तथा वहीँ दूसरी तरह 2022 फीफा वर्ल्डकप कतर में होना तय था, परन्तु खबरों के मुताबिक कुछ राजनीतिक खतरों के कारण यह फीफा वर्ल्डकप इस देश से दुसरे देश में स्थानांतरित किया जा सकता है.
मैनेजमेंट कंसल्टंट कॉर्नरस्टोन ग्लोबल ने इस बारे में स्टडी की है, जिसकी रिपोर्ट बीबीसी को मिली है. इस स्टडी में कतर और आतंकवाद के प्रभाव का मूंल्याकन किया गया है.
भ्रष्टाचार के आरोपों से लेकर क्षेत्रीय राजनीतिक विवादों तक कई कारण हैं. अनुमान लगाया जा रहा है की क़तर में फीफा वर्ल्डकप का आयोजन नहीं हो सकता है. इसी साल ट्रम्प ने जब सऊदी अरब का दौरा किया था तो उस वक़्त सऊदी अरब सहित कई देशों ने क़तर के साथ राजनीतिक और व्यापारिक रिश्ते खतम करने की घोसणा की थी, क्योंकी उनका मानना था की क़तर अभी भी आतंकवाद को बढावा देकर मिडिल ईस्ट को अस्थिर कर रहा है.
इनमें नीलामी और बुनियादी ढांचों से जुड़े विकास में भ्रष्टाचार के आरोप भी शामिल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इस टूर्नामेंट की मेजबानी को लेकर क़तर भारी दबाव में है. इसकी वजह वर्तमान राजनीतिक संकट या फिर क़तर में एक विरोधी आंदोलन भड़कने की आशंका है’.
खबरों के मुताबिक अगर क़तर 2022 में इस टूर्नामेंट का आयोजन नहीं कर पाता है तो इससे जुड़े हुएकॉन्ट्रैक्टर्स भारी संकट में पड़ सकते हैं.
कॉर्नरस्टोन का कहना है, ”प्रोजेक्ट से जुड़े सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि क़तर 2022 सुप्रीम कमेटी से कई सदस्यों ने इस्तीफ़े की धमकी दी है.
ऐसी स्थितियों में अगर क़तर से फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी छीन ली जाती है तो क़तर के आगे काफी बड़ी मुश्किलें खड़ी हो आसक्ति है, क्योंकी स्टेडियम निर्माण कर कार्य लगभग समाप्त होने की कगार पर है और आयोजन से जुड़े कॉन्ट्रैक्टर्स, स्पोंसर, बड़ी कंपनियों को ठेके आवंटित किये जा चुके हैं.
बीबीसी के एक बयान में क़तर 2022 सुप्रीम कमेटी फोर डिलीवरी एंड लेगसी ने कहा है की ” मिडिल ईस्ट में पहले विश्व कप को लेकर कोई संकट नहीं है क़तर के खिलाफ चल रहे नकाबन्धी का फीफा वर्ल्डकप पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा .