सऊदी अरब सहित मिस्र, UAE, यमन के साथ बिगड़े रिश्तों को लेकर क़तर के रक्षा मंत्री ख़ालिद बिन मोहम्मद अलअतीया ने कहा कि इन देशों ने क़तर को अस्थिर करने की हर मुमकिन कोशिश की. लेकिन हमने उनको हर बार नाकाम बना दिया.
उन्होंने सऊदी अरब की ओर इशारा करते हुए कहा, “उन्होंने क़बीलों को उकसाने की कोशिश की. उन्होंने हमारे ख़िलाफ़ मस्जिद इस्तेमाल की. उसके बाद उन्होंने हमारे नेताओं की जगह पर कठपुतली को बिठाने की कोशिश की. लेकिन कोई कोशिश कामयाब नहीं हुई.
सऊदी अरब के साथ रिश्तों को लेकर क़तरी रक्षा मंत्री ने कहा, सऊदी अगुवाई वाला गठबंधन क़तरी अमीर शैख़ तमीम बिन हमद आले सानी के स्थान पर नए नेता को लाना चाहता था. लेकिन क़तरी जनता की अमीर के प्रति निष्ठा के चलते ये संभव नहीं हो सका.
ईरान के साथ दोहा के रिश्तों पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क़तर के हर एक के साथ अच्छे संबंध हैं. ध्यान रहे पिछले साल जून में सऊदी अरब, मिस्र, बहरैन और यूएई ने आतंकवाद के समर्थन के इल्ज़ाम में क़तर पर व्यापारिक व कूटनैतिक सबंध खत्म कर लिए थे.
साथ ही इन देशों ने क़तर से अलजज़ीरा टीवी चैनल को बंद करने सहित क़तर की भूमि से तुर्क सैनिकों को निकालने, ईरान के साथ संबंध कम करने और मिस्र के मुस्लिम ब्रदरहुड को मदद न करने की मांग की थी. जिससे क़तर ने सिरे से खारिज कर दिया.