दुनिया के सबसे पुरानी लोकतंत्र व्यवस्था का दावा करने वाला अमेरिका अपने ही देश के अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को सुरक्षा नहीं दे पा रहा हैं. दुनिया भर में मोलिक अधिकारों पर भाषण देने वालें अमेरिका में अब ‘मुस्लिम’ होने के चलते बच्चों को तक निशाना बनाया जा रहा हैं.
हाल ही में पाकिस्तानी मूल के एक सात साल के 7 वर्षीय बच्चे अब्दुल उस्मानी की ‘मुस्लिम’ होने की वजह से पीटा गया. जिसके बाद उसके परिजनों ने वापस अपने देश लौटने का फैसला किया है. पूरा परिवार अमेरिका में मुसलमानों के प्रति बढती हिंसा के कारण दहशत में हैं.
अब्दुल उस्मानी के के परिवार का कहना हैं कि ‘नार्थ कैरालिया में कैरी के वेदरस्टोन एलीमेंटरी स्कूल से जब बच्चा घर लौट रहा था तो रास्ते में बस के भीतर पांच बच्चों ने उसे ‘मुस्लिम’ कहते हुए पीटा’
पिता जीशान-उल-हसन उस्मानी ने फेसबुक पर अपने बेटे की फोटो शेयर करते हुए लिखा, ”डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में आपका स्वागत है.” उस फोटो में उसका चोटिल बायां हाथ दिख रहा है. उन्होंने लिखा, ”वह पहली कक्षा में है और मुस्लिम होने के नाते स्कूल बस में उसकी क्लास के बच्चों ने पिटाई की.”