कोरोनावायरस अब अमेरिका में अपना सबसे घातक रूप दिखा रहा है। बीते 24 घंटे में यहां इस घातक वायरस कोविड- 19 के चलते 345 लोगों की मौ*त हुई है और इस संक्रमण के 18,000 नए मामले सामने आए हैं। अमेरिका में अबतक एक लाख से ज्यादा लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
समाचार एजेंसी एएफपी ने जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के हवाले से कहा कि अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 18000 कोरोना वायरस के नये मामलों की पुष्टि हुई है। जबकि यहां 345 लो’गों की मौत 24 घंटे में हुई है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी का ही ट्रैकर बताता है कि अमेरिका में अब दुनिया के सबसे ज्यादा ज्ञात कोरोना वायरस के मरीज हैं। इस ट्रैकर के मुताबिक अमेरिका में ताजा आंकड़ों के मुताबिक 1,04,007 कोरोना के मरीज हैं। जबकि यहां अबतक 1693 लोगों की मौ’त हो चुकी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने देश की ऑटोमोबाइल कंपनियों जनरल मोटर्स और फोर्ड से अब गाड़ियों की जगह वेंटिलेटर मशीनें तैयार करने को कहा है। साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की बिगड़ रही अर्थव्यवस्था को दोखते हुए 2 ट्रिलियन डॉलर के राहत पैकेज को मंजूरी दे दी है।
#UPDATE President Donald Trump signed into law the $2 trillion rescue plan to salvage a US economy crippled by coronavirus, on a day the nation saw a record 18,000 new confirmed cases of infection https://t.co/zRb7TUb6TO
by @MichaelMathes pic.twitter.com/Jq5jNuw5Ij
— AFP news agency (@AFP) March 27, 2020
न्यूयॉर्क अमेरिका में सबसे ज्यादा प्रभावित शहर में से है। अमेरिका के कुल संक्रमित मामलों में से आधे से ज्यादा यहीं से हैं। खबरें हैं कि न्यूयॉर्क के अस्पतालों में अब ऑक्सिजन, कैथिटर (नलियां) और दवाइयों की कमी भी सामने आ रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के कई विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि अगर न्यूयॉर्क में हालात जल्दी ही काबू नहीं हुए तो यहां चीन के वुहान से ज्यादा गंभीर हालत हो सकते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन स्कूल ऑफ मेडिसिन के डेटा एनालिसिस के मुताबिक, अगले चार महीने में अमेरिका में 81,000 से ज्यादा लोगों की जान जा सकती है। एनालिसिस कहता है कि वायरस का प्रकोप जून तक कम होने की आशंका नहीं है, अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में अप्रैल के दूसरे हफ्ते तक देशव्यापी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।