अब तुर्की ने भी ईरान को बताया मध्यपूर्व का प्रभावी देश, उठा सवाल – क्या सऊदी क़तर की तरह रिश्तें तोड़ेगा ?

ईरान को मध्यपूर्व का प्रभावी देश करार देने पर सऊदी अरब ने अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर क़तर से अपने सारे रिश्तें तोड़ लिए थे. लेकिन अब तुर्की ने भी ईरान को मध्यपूर्व का प्रभावी और महत्वपूर्ण देश करार दिया है.

तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने शुक्रवार को पुर्तग़ाल के आरटीपी टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि क्षेत्रीय संकट को ईरान के बिना हल नहीं किया जा सकता.

दरअसल उनसे सवाल किया गया था कि क्या आपके क्षेत्र में ईरान की उपस्थिति के बिना सीरिया और इराक़ संकट को हल किया जा सकता है? कहा कि स्वाभाविक सी बात है कि ईरान की उपस्थिति के बिना संकटों का समाधान नहीं किया जा सकता बल्कि क्षेत्रीय संकटों के समाधान में ईरान की उपस्थिति बहुत ही लाभदायक है.

तुर्क राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान की उपस्थिति से ही सीरिया और इराक़ के संकटों का समाधान हो सकता है. अर्दोग़ान ने आगे कहा कि उनका मानना है कि तेहरान और अंकारा वार्ता द्वारा मतभेदों को हल कर सकते हैं और और क्षेत्रीय संकटों के समाधान के लिए कोई मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं.

अब ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या सऊदी अरब और उसके घटक देश तुर्की से भी क़तर की तरह अपने रिश्तें ख़त्म करेंगे.

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