अमरीका का एक विशेष इस्पेक्टर 2016 में होने वाले अमरीकी चुनावों में संयुक्त अरब अमीरात की भुमिका के बारे में छानबीन कर रहा है। इस चुनाव में ट्रम्प जीते थे।
अमरीका का एक विशेष इस्पेक्टर 2016 में होने वाले अमरीकी चुनावों में संयुक्त अरब अमीरात की भुमिका के बारे में छानबीन कर रहा है। इस चुनाव में ट्रम्प जीते थे। यह खबर अमरीकी समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दी है, और उसमें एक अमीराती राजकुमार के सहालकार की भूमिका को मुख्य रूप से दिखाया है।
लेकिन इस्पेक्टर मूलर और उनके सहयोगियों की छानबीन केवल अमीरात की भूमिका तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसमें दूसरे अरब देशों की भूमिका पर नजर है। अरब राजकुमार अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले पैठ बढ़ाने और राजनीतिक परिदृश्य में अपने स्थान को मज़बूत करने और क्षेत्र में अपना हिस्सा प्राप्त करने के लिए सक्रिय हुए हैं।
राजनीतिक बदलावों के प्रति चिंता और मैदानी एवं राजनीतिक स्थितियां प्रतिरोधी मोर्चे के समर्थ में बदलने से अमरीकी चुनावों पर प्रभाव डालकर हालात को अपने पक्ष में बदलने के लिए अरब राजकुमारों ने कदम उठाने शुरू किए और अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों में अरबों के निवेश का यही एक मुख्य कारण था ताकि इस प्रकार वह अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित कर सकें।
इन सभी के बीच में मूलर के लिए राजकुमार मोहम्मद बिन जायद की भूमिक सबसे प्रमुख है, उन्होंने 2016 ट्रम्प के समर्थन में चुनावों में पैठ करने की बहुत कोशिश की थी। अगरचे अमरीकी राष्ट्रपति अरब देशों में राजनीतिक लीडरों के राजनीतिक स्थान की सुरक्षा करने से अधिक अपने हितों के बारे में सोचते हैं, लेकिन अरबों को फिर भी यह आशा रहती है कि पेट्रोडालर की सहायता से चुनावों पर प्रभाव डालकर वह अपने राजनीतिक स्थान को सुरक्षित रख सकते हैं।