बगदाद. इराक की राजधानी बगदाद के उत्तर में ताजी एयर बेस पर बुधवार को रॉकेट हमला हुआ। इस हमले में 2 अमेरिकी सैनिकों और एक ब्रिटिश सैनिक की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल हो गए। अक्टूबर से अब तक गठबंधन सेनाओं पर यह 22वां हमला है।
एबीसी न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक इराक के बगदाद के करीब में स्थिति ताजी बेस कैंप पर रॉकेट से हमला किया गया। बेस कैंप पर 15 रॉकेट दागे गए। जानकारी के मुताबिक कुल 30 रॉकेट दागे गए, जिसमें से 18 बेस कैंप पर लगे , वहीं बाकी आसपास के इलाके में गिरे। इस हमले में 3 की मौत हो गई, जिसमें 2 अमेरिकी और एक ब्रिटिश नागरिक हैं। अब तक इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि किस ग्रुप ने यह रॉकेट हमला किया।
इराक की सेना ने कहा कि रॉकेट एक ट्रक से दागे गए। अब तक हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है। पिछले वर्ष अक्टूबर से इराक में अमेरिकी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर किया गया यह 22वां हमला है। सीरियाई ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि इस हमले के कुछ ही घंटों के भीतर तीन युद्धक विमान जो संभवत: अमेरिकी नीत गठबंधन से थे, उनके द्वारा इराक की सीमा से सटे सीरिया के क्षेत्र में हाशेद बल पर बम बरसाए गए।
سقوط عشرة صواريخ كاتيوشا داخل معسكر التاجي بدون خسائر , تم العثور على عجلة نوع كيا بنكو تحمل منصة صواريخ فيها ثلاث صواريخ متبقية جنوب منطقة الراشدية. pic.twitter.com/onxirvQgTs
— خلية الإعلام الأمني?? (@SecMedCell) March 11, 2020
हाल ही में वॉशिंगटन ने इस तरह के हमलों में इराक में सक्रिय हशद अल शाबी के मिलिट्री नेटवर्क को लेकर आशंका जताई थी। वॉशिंगटन के मुताबिक, इस तरह के हमलों को अंजाम देने के लिए इस नेटवर्क को ईरान से मदद मिल रही है। इससे पहले दिसंबर में आतंकियों के हमले में एक सैनिक की मौत हो गई थी।
इसके दो दिन बाद आतंकी संगठन हशद अल शाबी के लिए काम करने वाले कटैब हिज्बुल्लाह के आतंकियों पर अमेरिका ने बम बरसाए थे। इनमें हिज्बुल्लाह के 25 सैनिकों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में आतंकियों ने 31 दिसंबर को बगदाद में अमेरिकी दूतावास को घेर लिया था।