तुर्की राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगान ने शनिवार को कहा कि ओटोमन साम्राज्य को खड़ा करने के लिए तुर्की गणराज्य की निरंतरता जारी है.
इस्तांबुल में यिलिज्ज पैलेस में ओट्मन सुल्तान अब्दुलहैद द्वितीय की मृत्यु के शताब्दी समारोह के दौरान उन्होंने कहा, “तुर्की गणराज्य, हमारे पिछले राज्यों की तरह एक दूसरे की निरंतरता है. यह ओटोमन की निरंतरता है.
उन्होंने कहा, बेशक, सीमाएं बदल गई हैं. सरकार के रूप बदल गए हैं … लेकिन सार एक ही है, आत्मा एक जैसी है, यहां तक कि कई संस्थान भी समान हैं.
एर्दोगान ने सुल्तान अब्दुलहैद द्वितीय को लेकर कहा कि वे सबसे महत्वपूर्ण, सबसे दूरदर्शी और सबसे सामरिक दिमाग वाला व्यक्ति थे. जिन्होंने हाल के 150 वर्षों में अपनी अमिट छाप छोड़ी.
ध्यान रहे सुल्तान अब्दुलहैद द्वितीय, की 1918 में मृत्यु हो गई थी और वे ओटोमन साम्राज्य के 34 वे सुल्तान थे. इस दौरान एर्दोगान ने सुल्तान अब्दुलहैद के बारे में “बलिष्ट” दृष्टिकोण रखने वालो की भी आलोचना की.
उन्होंने कहा, कुछ लोग जोरदार ढंग से 1923 से इस देश के इतिहास को शुरू करने की कोशिश करते हैं. कुछ असंतुष्ट रूप से हमारी जड़ों और प्राचीन मूल्यों से हमें तोड़ने की कोशिश करते हैं.