वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के समय देश की सुरक्षा को लेकर काफ़ी बयान दिए। उन्होंने कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद का ज़िक्र करते हुए कहा की वो इसे ख़त्म कर देंगे। राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने अपनी छवि के अनुरूप 7 मुस्लिम देशों के नागरिकों पर अमेरिका में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया। हालाँकि बाद में कोर्ट ने उनके फ़ैसले को ख़ारिज कर दिया।
हालाँकि वह लगातार इस्लामिक आतंकवाद को लेकर बयानबाज़ी करते रहते है। हाल ही में उनके और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा में में इसी मुद्दे को लेकर ट्वीटर वार देखने को मिली। इसकी शुरुआत ट्रम्प की और से हुई जब उन्होंने ब्रिटेन की दक्षिणपंथी समूह की और से ट्वीट किए गए तीन मुस्लिम विरोधी विडियो को रीट्वीट कर दिया। इस पर थेरेसा ने उनकी आलोचना की। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी उनको काफ़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
थेरेसा की और से हुई आलोचना से ट्रम्प भड़क गए और उन्होंने एक ट्वीट के ज़रिए उन पर पलटवार करने की कोशिश की। ट्रम्प ने थेरेसा से ब्रिटेन में पनप रहे आतंकवाद पर ध्यान देने की नसीहत दे डाली। उन्होंने ट्वीट कर लिखा,’ मुझ पर ध्यान मत दीजिए बल्कि ब्रिटेन में पनप रहे विध्वंसकारी कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद पर ध्यान दीजिए। हम सही कर रहे हैं।’ फ़िलहाल अभी तक थेरेसा की और से इस ट्वीट पर कोई प्रतिक्रिया नही आइ है।
दरअसल बुधवार को ट्रम्प ने ब्रिटिश फ़र्स्ट नामक एक समूह द्वारा ट्वीट किए गए तीन मुस्लिम विरोधी विडियो को ट्वीट कर दिया। ब्रिटिश फर्स्ट समूह का गठन 2011 में धुर दक्षिणपंथी ब्रिटिश नैशनल पार्टी ने किया था। इस पर थेरेसा में ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे ग़लत क़रार दिया। उधर चारों और से हो रही आलोचनाओं के बीच वाइट हाउस की और से भी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति इन सुरक्षा मुद्दों पर वर्षों से बात कर रहे हैं, वह चुनाव प्रचार अभियान से लेकर वाइट हाउस आने तक इस मुद्दे को उठाते रहे हैं।
.@Theresa_May, don’t focus on me, focus on the destructive Radical Islamic Terrorism that is taking place within the United Kingdom. We are doing just fine!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 30, 2017