तुर्की के प्रमुख उलेमाओं ने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ जारी हिंसा पर चिंता जाहिर की हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्सें में मुसलमानों पर जुल्म नहीं होना चाहिए. सीरिया में जारी मुसलमानों पर जुल्म कम नहीं हैं.
अंकारा में अराकान रोहिंग्या संघ के प्रमुख वकारुद्दीन से मुलाकात में तुर्की के धार्मिक मामलों के निदेशालय के प्रमुख Mehmet Gormez ने कहा कि हमे सीरिया की वजह से म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का दर्द नजर नहीं आ रहा हैं.
उन्होंने आगे कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हो रहे जुल्म से इस्लामी देशों की राजधानियों में मुसलमानों का गुस्सा देखा जा सकता हैं. हमारी लापरवाही की वजह से, म्यांमार और बर्मा में राज्य के मुसलमानों पर इसका दबाव बढ़ता जा रहा है.
उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिमों के उत्पीड़न को समाप्त करना पूरी दुनिया का कर्तव्य हैं लेकिन साथ ही उन्होंने प्रमुख रूप से इसका समाधान का कर्तव्य इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) के प्रति बताते हुए हल करने को कहा हैं.