इराक़ के पूर्वी प्रांत दियाला के मेक़दादिया शहर के शिया और सुन्नी मुसलमानों ने अपनी एकता का शानदार प्रदर्शन करते हुए जुमे की नमाज़ एक साथ अदा की।
मेक़दादिया शहर के स्थानीय प्रशासन के प्रमुख ज़ैद अलअज़ावी ने बताया कि शहर के केंद्र में स्थित “ला इलाहा इलल्लाह” मस्जिद में शिया और सुन्नी मुसलमानों ने नमाज़े जुमा एक साथ अदा की। ज़ैद अलअज़ावी ने बताया कि जुमे की नमाज़ में शिया और सुन्नी धर्मगुरुओं और जनता के विभिन्न वर्गों से संबंध रखने वालों ने भाग लिया।
उनका कहना था कि शिया और सुन्नी मुसलमानों का एक साथ जुमे की नमाज़ अदा करने का उद्देश्य, शहर के निवासियों की एकता को मज़बूत बनाना और साम्प्रदायिक मतभेदों को हवा देने के लिए की जाने वाली साजिशों का मुकाबला करना था। उनका कहना था कि शिया और सुन्नी मुसलमानों की नमाज़े जुमा में एक साथ भाग लेने का उद्देश्य, उन चुनौतियों का भी मुक़ाबला करना था जिनका सामना कुछ दिन पूर्व मेक़दादिया में आतंकवादी बम विस्फोटों के बाद से शहर के लोगों को करना पड़ा।
दियाला प्रांत के पुलिस प्रमुख जनरल जासिम सादी ने भी कहा कि जुमे की नमाज़ में शिया और सुन्नी मुसलमानों का एक साथ शामिल होना, मतभेद फैलाने वाले तत्वों और साम्प्रदायिक आधार पर विभाजन की साज़िश करने वालों के मुक़ाबले में मेक़दादिया की जनता की एकता को सिद्ध करता है। इराक़ी संसद में दियाला प्रांत के सांसद राद अलमास ने भी एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दियाला प्रांत में आम तौर पर और मेक़दादया शहर में विशेष रूप से शांति पूरी तरह स्थापित है और इस क्षेत्र में किसी भी तरह का कोई धार्मिक मतभेद या लड़ाई नहीं है।
ज्ञात रहे कि सांप्रदायिक तत्वों ने पिछले सप्ताह इराक़ के मेक़दादिया शहर में सुन्नी मुसलमानों की कई मस्जिदों में बम विस्फोट किए थे।