अल आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब के गृहमंत्रालय के प्रवक्ता मंसूर तुर्की ने इस बात की ओर संकेत करते हुए कि सऊदी अरब की वित्तीय व्यवस्था में अरबों डाॅलर की यह सहायता काफ़ी समय से जमा हो रही हैं, कहा कि कुछ लोगों ने जनता को इस बात पर विश्वास में लिया कि कल्याणकारी कार्यो की आड़ में आतंकवादियों को पैसे दिए जाएं।
तुर्की ने कहा कि इन लोगों ने जनता से कहा कि उनके पैसे निर्धन और दरिद्र लोगों पर ख़र्च होंगे किन्तु खेद की बात यह है कि इन पैसों से अफ़ग़ानिस्तान में अलक़ायदा के वित्तीय समर्थन के लिए लाभ उठाया जा रहा है।
सऊदी अरब के गृहमंत्रालय में वित्तीय मामलों पर नज़र रखने वाली संस्था ने इससे पहले कहा था कि वर्ष 2014 में आतंकी गुटों की वित्तीय सहायता और मनी लाॅडरिंग की शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
इससे पहले जर्मनी के आर्थिक मामलों के मंत्री ज़िगमार गाब्रियल ने सऊदी अरब की ओर से आतंकी गुटों की वित्तीय सहायता की ओर से सचेत किया था।