

लगभग 90 दिनों तक क़ैद में रहने और अरबों डॉलर देकर रिहाई मिलने के बाद भी सऊदी अरब के सबसे अमीर राजकुमार वलीद बिन तलाल अब भी पूरी तरह से आजाद नहीं हुए है. सऊदी हुकूमत ने उन्हें उनके ही घर में नजरबंद किया हुआ है.
ध्यान रहे क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की कथित भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत 200 से अधिक राजकुमारों, मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों और अधिकारियों किया गया था. जिनमे वलीद बिन तलाल भी शामिल थे. हालंकि इन सभी को एक बड़ी राशि लेकर रिहा कर दिया गया है. लेकिन इन पर अभी बहुत सी पाबंदी है.
पश्चिमी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार घर में नज़रबंद रहने के साथ ही तलाल को इस बात की भी इजाज़त नहीं दी गई है कि वह विदेश में अपने बैंक एकांउट को इस्तेमाल कर सकें. उनके बैंक अकाउंट भी फ्रीज किये हुए है. सऊदी हुकूमत ने इस अभियान के तहत करीब 107 बिलियन डॉलर वसूले है.
सऊदी अटॉर्नी जनरल शेख सऊद अल मोजेब के अनुसार, आयोग द्वारा कुल 381 लोगों को बुलाया गया था, जिनमें से कई लोगों ने गवाही देने के लिए सहमति व्यक्त की थी. इस बीच, जिन 56 लोगों को बुलाया गया है, वे अभी भी आगे की जांच में लंबित हैं.
अटॉर्नी जनरल ने बताया कि निपटान की अनुमानित मूल्य 400 अरब रियालों की संख्या में कई संपत्ति (रियल एस्टेट, कंपोनेंट, सिक्योरिटीज़, नकद और अन्य) में सामने आई है.”