सऊदी अरब: भारतीय प्रवासी अब नहीं कर सकेंगे इन 12 क्षेत्रों में काम

indian expats
source: Al Arabiya
indian expats
source: Al Arabiya

रियाद – सऊदी क्राउन प्रिंस के विज़न 2030 के तहत सऊदी में हो रहे परिवर्तनों से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रवासी हो रहे हैं, क्योंकि इस विज़न का मुख्य उद्देश्य वहाँ रह रहे निवासियों को तेल पर कम निर्भर रखना है और रोजगार के अन्य साधनों में शामिल करना है, जिस वजह से वहाँ रह रहे प्रवासी श्रमिकों को किसी ने किसी मुसीबत का हर रोज सामना करना पड़ रहा है.

श्रम और सामाजिक विकास मंत्री डॉ अली अल-घाफ़े ने सोमवार को घोषणा की “कि अगले हिजरी वर्ष की शुरुआत से सऊदी अरब में 12 गतिविधियों पर विदेशियों के काम करने पर रोक लगा दी जायेगी.”

प्रवासियों के लिए प्रतिबंधित यह 12 कार्य के क्षेत्र यह हैं,: दुकानों, ऑप्टिकल स्टोर, चिकित्सा उपकरण स्टोर, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों, कार स्पेयर भाग बेचने वाले आउटलेट, बिल्डिंग सामग्री की दुकानें, सभी प्रकार के कालीन, ऑटोमोबाइल और मोबाइल की दुकानें, घरेलू फर्नीचर बेचने वाली दुकानों की बिक्री और तैयार किए गए कार्यालय सामग्री, तैयार वस्त्रों, बच्चों के कपड़े और पुरुषों के कपड़ों की दुकान, घरेलू बर्तन की दुकानों और पेस्ट्री की दुकानों के बिक्री आउटलेट पर अब प्रवासी श्रमिक काम नहीं कर सकेंगे.

मंत्रालय के प्रवक्ता खालिद अब्बा अल-खैली ने कहा कि यह निर्णय विभिन्न क्षेत्रीय गवर्नरों के साथ हस्ताक्षर किए गए समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए प्रभावित नहीं करता है ताकि सऊदी को नौकरियों से प्रतिबंधित किया जा सके, उन्होंने यह भी कहा कि अब क्षेत्रों पर महिलाओं को रोजगार देने पर विचार किया जा रहा है.

इन दुकानों में महिलाओं को इत्र, जूते, बैग, मोज़ा और रेडीमेड वस्त्र बेचने के लिए तैयार किया जा रहा है, यह दुकानों यही सामान बेचने का लक्ष्य रखती हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा की “मॉल और सुपरमार्केट में पूरी तरह से महिला कर्मचारियों को रखा जायेगा, जो कपडे और अन्य सामान बेचेंगी, कई अन्य छोटी दुकानें भी हैं, जो शादी के कपड़े, अबायस, वस्त्र, बच्चे की देखभाल और अन्य सामान बेचती हैं.

सऊदी गेजेट की खबरों के मुताबिक, कॉस्मेटिक्स और मेक-अप सामान बेचने वाले मॉल में भी महिलाओं को रखा जाएगा.

विज्ञापन