सऊदी अरब न्यूयॉर्क से 33 गुनी बड़ी मेगासिटी तैयार कर रहा है. इस मेगासिटी को बनाने की कुल लागत है 350 बिलियन यूरो है. इस तरह यह तेल पर निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहा है. क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने शहर की घोषणा की और इस मेगासिटी का नाम निओम है. इसमें 100% नवीकरणीय ऊर्जा यानी रिनियुएबल एनर्जी का इस्तेमाल किया जाएगा.
उन्होंने पिछले अक्टूबर में रियाद में अंतर्राष्ट्रीय निवेश सम्मेलन में 10,230 वर्ग मीटर वाले इस मेगासिटी की योजना की घोषणा की.

परियोजना के करीबी सूत्रों के मुताबिक, निओम में पहली प्राथमिकता किंग के महलों, क्राउन प्रिंस और अन्य शाही लोगों को दी जाएगी.

आर्किटेक्चर के कहा, यह लाल सागर के तट पर बनाया जाएगा और डिजाइन दस्तावेज़ के मुताबिक, इमारतों को बनाने के लिए आधुनिक और पारंपरिक मोरक्को-स्टाइल का इस्तेमाल किया जाएगा. आपको बता दें कि, इन आलिशान महलों के परिसर में हेलिपैड, मरीना और लक्जरी गोल्फ कोर्स भी शामिल होंगे.
द सन के मुताबिक, निओम का अपना न्यायिक सिस्टम होगा और सऊदी सरकार द्वारा इसे अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने के लिए तैयार किया जाएगा.

अधिकारियों के मुताबिक, शहर ऊर्जा और पानी, जैव प्रौद्योगिकी, भोजन, उन्नत विनिर्माण और पर्यटन सहित कई उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करेगा. मेगासिटी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि दुनिया एक दिन “अगली पीढ़ी के जीनोम थेरेपी के लिए निओम को देखेगी.”

जापान की सॉफ्टबैंक सहित कुछ कंपनियां ने कहा है कि वह निओम (NEOM) में निवेश करने के लिए तैयार हैं लेकिन कंक्रीट निवेश की अभी तक घोषित नहीं की गयी है. आपको बता दें कि इस मेगासिटी के प्रोमो की वीडियोज़ लांच कर दी गयी है.

निओम, सऊदी अरब के एक रेगिस्तान (डेज़र्ट) क्षेत्र में बनाया जाएगा. सऊदी की सबसे बड़ी निर्माण कंपनी सऊदी बिनलादेन ग्रुप कुछ महलों का निर्माण करेगी. निओम (NEOM) ज़ोन लाल सागर और अकाबा की खाड़ी के पास होगा. यह मिस्र और सऊदी अरब के बीच होगा.
