सऊदी अरब की यात्रा पर आये इथियोपिया के प्रधानमंत्री का सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन नायफ ने जोरदार स्वागत क़िया। इस गर्मजोशी भरे स्वागत को देखकर यह सवाल उठ रहा है कि क्या इथियोपिया से दोस्ती बढ़ा के नील नदी के मुद्दे पर सऊदी अरब द्वारा मिस्र पर दबाव डालने की कोशिश की जा रही है?
पिछले कुछ दिनों से मिस्र और इथियोपिया के बीच टकराव काफी बढ़ गया है। इथियोपिया ने मिस्र के 2 नागरिकों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मिस्र के विदेश मंत्री ने मिस्र के दोनों नागरिकों को जल्द से जल्द रिहा करने के लिए इथियोपिया सरकार को कहा है।
इथियोपिया की सरकार के प्रवक्ता ने ये भी कहा है कि कुछ दिन से इथियोपिया के अंदर चल रहे प्रदर्शनों को मिस्र सपोर्ट कर रहा है और हिंसा फ़ैलाने में भी मिस्र का ही हाथ है। मिस्र और सऊदी अरब के बीच मतभेद पिछले कुछ समय में काफी गहरा गये हैं जब से मिस्र ने विदेश नीति के मामले में अपनी एक अलग से राय रखी है खासकर सीरिया के मुद्दे पर।
ताजा घटनाओं को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इथियोपिया के साथ दोस्ती बना के सऊदी अरब द्वारा मिस्र पर दबाव डालने की कोशिश की जा रही है।