रोहिंग्या मुस्लिमों की बांग्लादेश से म्यांमार वापसी फिर अधर में लटकी

बांग्लादेश ने सोमवार को कहा कि म्यांमार में मुस्लिम रोहिंग्या शरणार्थियों का प्रत्यावर्तन मंगलवार को नहीं हो पाया क्योंकि उनसे जुडी योजनाएं पूरी न हो सकी.

बांग्लादेश की शरणार्थी राहत और पुनर्वास आयुक्त अब्दुल कलाम ने फोन पर रायटर को बताया, “कई चीजें बाकी हैं” “वापस भेजे जाने वाले लोगों की सूची अभी तैयार नहीं है, उनके सत्यापन और रहने के शिविरों की स्थापना शेष है.”

ध्यान रहे पिछले साल अगस्त में तकरीबन 7 लाख रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार के रखाइन प्रांत में हुई हिंसा के बाद म्यांमार छोड़ बांग्लादेश भाग आए थे. इस सबंध में सयुंक्त राष्ट्र सहित कई मानवाधिकार संस्थाओं ने आरोप लगाया है कि म्यांमार ने रोहिंग्याओं का सफाया करने की कोशिश की.

मुस्लिम रोहिंग्या शरणार्थियों की घर वापसी पर कलाम ने कहा, “अब तक हम भेजने से जुड़ी सारी तैयारियां नहीं कर पाए हैं, इसलिए 23 जनवरी से यह संभव नहीं हो सकेगा.”

दरअसल, पिछले महीने बांग्लादेश और म्यांमार के बीच हुए समझौते में हर हफ्ते कुछ सौ रोहिंग्या मुसलमानों को वापस भेजने का फैसला तय हुआ था. इस प्रक्रिया के तहत दो साल में सभी  रोहिंग्याओं को वापस म्यांमार भेजा जाना है.

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