
भ्रष्टाचार को लेकर मुसीबतें झेल रहे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू को रिश्वत देने के मामले में भारतीय उद्योगपति रतन टाटा ने इजरायल पुलिस को गवाही दी है. हालांकि टाटा ग्रुप ने इस खबर को खारिज किया है.
“द टाइम्स ऑफ इजराइल” की रिपोर्ट के अनुसार, रतन टाटा ने नेतन्याहू को कथित तौर पर लाखों शेकेल (इजराइली मुद्रा) के गिफ्ट दिए. इस मामले में इजराइल पुलिस ने रतन टाटा से दो घंटे तक पूछताछ की. इजराइल पुलिस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मिकी रोसेनफील्ड ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
चैनल 10 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हॉलीवुड निर्माता आर्नन मिल्कन ने रतन टाटा से विचार विमर्श करके नेतन्याहू को जॉर्डन-इजराइल सीमा के पास एक मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने के लिए कहा था. हालांकि इस पर कभी अमल नहीं किया गया.
पूछताछ के दौरान टाटा की मिल्कन से मुलाकात के बारें में पूछा गया. उन्होंने टाटा से पूछा था कि वह मिल्कन से कैसे मिले थे और उनका उनसे क्या व्यावसायिक संबंध है. टाटा ने बताया कि मिल्कन से उनकी मुलाकात कैसे हुई थी और यह भी स्पष्ट किया कि 26/11 के आतंकी हमले के बाद टाटा समूह के होटलों के लिए अनुबंधित एक सुरक्षा सलाहकार कंपनी के ग्राहक के अलावा उनका कोई और संबंध नहीं था.
टाटा से इजराइल में एक छोटा वाहन कारखाना लगाने की 2009 की योजना से जुड़ी घटनाओं को भी याद करने को कहा गया. टाटा ने स्पष्ट किया कि उन्हें इजराइल की सुरक्षा टीम की तरफ से एक परियोजना की अवधारणा तैयार करने में मदद मांगी गई थी, जो शांति पहल का हिस्सा हो सकती थी.
इस मामले में टाटा ग्रुप की और से कहा गया कि “नेतन्याहू का टाटा बेहद सम्मान करते हैं और उन्हें एक आदरणीय मित्र मानते हैं. ऐसे आरोप निराधार हैं और इनके पीछे कोई गहरी मंशा लगती है.