दो महीने के सूखे के बाद इसराइल के तीसरे सबसे बड़े शहर हैफ़ा के जंगलों में भीषण आग लग गई जिसके कारण 60 हजार से अधिक लोग बेघर हो गये हैं. इसके अलावा हजारों लोगों की जान बचाने के लिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा हैं.
इस आग से यरूशलम और पश्चिमी तट पर भी ख़तरा पैदा हो गया है. आग से बचाने के लिए फिलहाल राहत बचाव कार्य जारी है. इसराइल को शक हैं कि ये आग जान बूझकर लगाने का मामला भी हो सकता हैं. प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ऐसे किसी आगजनी हमले को ‘आतंकवाद’ माना जाएगा.
इस भीषण आग से इलाकें की इमारतें भी जल गई हैं. करीब 10 हजार लोगों को आग से बचाने के लिए सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा हैं.
Fire started recently in North Israel spreading rapidly. Picture from moments ago. pic.twitter.com/9nSHIEykCy
— Israel Breaking (@IsraelBreaking) November 24, 2016
हालांकि आग लगने का कोई कारण अब तक पता नहीं चला हैं. वहीँ इसराइल के पुलिस प्रमुख का कहना है कि जंगल में इतनी भीषण आग जान बूझकर लगाई गई है.
Wildfires tear across Israel, Netanyahu calls arsonists 'terrorists' https://t.co/vicliPtiWw pic.twitter.com/TvJ213otkU
— Reuters (@Reuters) November 24, 2016