
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यिप एर्दोगान ने शुक्रवार को कहा कि ISIS, अलकायदा और बोको हराम आतंकवादी संगठनों का प्राथमिक लक्ष्य हमेशा मुसलमान रहा है।
राजधानी बामको में अपने मैलियन समकक्ष इब्राहिम बोबाकर कीता के साथ एक संयुक्त समाचार सम्मेलन में बोलते हुए, एर्दोगान ने पश्चिमी देशों के आतंकवाद के प्रति “कठोर” रवैया की आलोचना की और इस संबंध में उन्हें “अधिक संवेदनशील” होने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, “जो भी किसी विशेष धर्म या जातीय पहचान के साथ आतंकवादी समूहों की पहचान करता है, वह उन आतंकवादियों के हाथों में खेलता है.” इस दौरान एर्दोगान ने सीरिया के अफ्रिन क्षेत्र में चल रहे ऑपरेशन ओलिव शाखा का भी उल्लेख किया उन्होंने कहा कि तुर्की सेना और फ्री सीरियाई सेना ने अभी तक कुल 2,348 आतंकवादी ‘निष्प्रभावित’ किया.
साथ ही उन्होंने आतंकवाद निरोधक अभियान जारी रखने की कसम खाई “जब तक सभी आतंकवादियों को इस क्षेत्र से सफाया नहीं हो जाता. ध्यान रहे तुर्की ने 20 जनवरी को ऑपरेशन ऑलिव ब्रांच को आफरीन में वाईपीजी/पीकेके-ISIS आतंकियों के खिलाफ शुरू किया.
तुर्की जनरल स्टाफ के अनुसार, ऑपरेशन का लक्ष्य तुर्की की सीमाओं और क्षेत्र के साथ सुरक्षा और स्थिरता स्थापित करना है और साथ ही आतंकवादी उत्पीड़न और क्रूरता से सीरियाई लोगों की रक्षा करना है.