अमेरिका द्वारा अल-कुद्स यानि जेरुसलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने पर ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आलोचना की है.
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होने कहा, यरूशलेम एक अद्वितीय शहर है, यहूदियों, ईसाई और मुसलमानों के लिए पवित्र है, और यह शांति के लिए एक विशेष जगह है”. उन्होंने आगे कहा, “मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि इस तरह की पहचान को पवित्र भूमि, मध्य पूर्व और पूरी दुनिया के लाभ के लिए संरक्षित और मजबूत बनाया जाए.
पोप ने इस कदम पर “गंभीर चिंता” की जताई है, जिसमें उन्होंन “संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुसार, शहर की स्थिति का सम्मान करने के लिए हर किसी की प्रतिबद्धता को बनाने के लिए दिल की गहराई से अपील की.
ध्यान रहे बुधवार को, यरूशलेम में ईसाई समुदायों के नेताओं ने ट्रम्प को एक खुले पत्र में कहा था कि शहर को इजरायल की राजधानी के रूप में पहचान से “यरूशलेम और पवित्र भूमि में एकता के लक्ष्य से आगे बढ़कर घृणा, संघर्ष, हिंसा और दुख पैदा होगा.”
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