जम्मू कश्मीर के उरी में सेना बेस कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना नया दाव खेला हैं. पाकिस्तान ने अब उड़ी हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग उठाई हैं.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने बीबीसी से बात करते हुए कहा किसी भी हमले के बाद भारत हमेशा जांच से पहले ही घोषणा कर देता है कि इसमें पाकिस्तान की एजेंसियों शामिल हैं, हमारी यह इच्छा और मांग है कि इस हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच करवाई जाएं ताकि निष्पक्ष जांच हो सके.
उनका कहना था कि कश्मीर में इस समय स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा है इस तरह के हमले से पाकिस्तान और कश्मीरों को कोई लाभ नहीं होता बल्कि भारत की सेना की ओर से की जाने वाली मानवाधिकारों के उल्लंघन पर से ध्यान हटती है.
सरताज अजीज ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब भारत ने बेबुनियाद आरोप लगाया हो ‘जब राष्ट्रपति क्लिंटन उपमहाद्वीप के दौरे पर आए थे तो कश्मीर में एक बहुत बड़ा वाकिया हुआ था जिसका आरोप भी पाकिस्तान पर लगाया गया लेकिन बाद में पता चला कि वह भारत ने खुद करवाया था.
गौरतलब रहें कि उड़ी हमले की शुरूआती जांच में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों के हाथ होने की बात सामने आई हैं.