पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका की कथित आतंक के खिलाफ लड़ाई से दूर रहने का ऐलान कर दिया है। उन्होने कहा कि भविष्य में पाकिस्तान दूसरे देशों की लड़ाइयां नहीं लड़ेगा।
शुक्रवार को पाकिस्तान के इस्लामाबाद में रक्षा दिवस समारोह पर कहा कि पाकिस्तान ने कभी नहीं चाहा है कि वो किसी और की लड़ाई लड़े। उन्होंने कहा कि मैं वादा करता हूं कि हम अब कभी किसी और की लड़ाई नहीं लड़ेंगे। पीएम इमरान खान ने कहा कि हमारा लक्ष्य सबके साथ खड़ें रहना होगा और हम लोगों के लिए काम करेंगे। इमरान की सरकार विदेश नीति देश के सर्वोच्च हित में होगी।
Never wanted Pakistan to fight anyone else's war and I promise you that we will never fight anyone else's war now.Our aim will be to stand by and work for our people: Pakistan PM Imran Khan at Defence Day ceremony in Islamabad yesterday pic.twitter.com/GmYBYICJ6R
— ANI (@ANI) September 7, 2018
पाकिस्तान की आर्म्ड फोर्सेस की आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को तब तक जारी रखेगी जब तक यह पूरी तरह से तार्किक है। खान ने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान की सेना ने आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ी वैसा किसी और देश ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसियों की भूमिका अनोखी है।
खान ने कहा हमारे पास खनिज संपदा,अलग-अलग भौगोलिक स्थिति और 4 मौसम हैं और हमें सिर्फ ईमानदारी से काम करने की जरूरत है ताकि देश महान बन सके। खान ने कहा कि हम मानव संसाधन में निवेश करेंगे। बच्चों को स्कूल भेजने, अस्पताल तैयार करने और मेरिट सिस्टम बनाकर सभी के साथ समान व्यवहार हो, यह निश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सब मदीना के पहले मुस्लिम राज्य के आधार पर किया जाएगा।
इस मौके पर पाकिस्तान के कई सांसद, डिप्लोमैट्स, खिलाड़ी और तमाम कलाकार मौजूद थे। इमरान के बयान का अर्थ इस बात से लगाया जा रहा है कि आतंकवादियों के खिलाफ ऐक्शन में अब पाकिस्तान पीछे हट सकता है।