उरी हमले के बाद मीडिया में खबर आई थी कि रूस ने उरी हमले से नाराज होकर पाकिस्तानी सैनिको के साथ पीओके में होने वाली जॉइंट ड्रिल को रद्द कर दिया. कुछ न्यूज़ चैनल्स ने यहाँ तक खबर दी थी कि रूस ने यह कदम भारत के कहने पर उठाया हैं.
लेकिन अब पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के मीडिया विंग के इंटर सर्विस पब्लिस रिलेशंस के डीजी (ISPR)लेफ्टिनेंट जनरल आसिम सलीम बाजवा ने ट्वीट कर कहा कि ,’रूसी सेना की एक टुकड़ी पाकिस्तान और रूस की पहली जॉइंट ड्रिल के लिए पहुंच चुकी है.’ इस मिलिटरी एक्सरसाइज में लगभग 200 रूसी सैनिक हिस्सा लेंगे.
A contingent of Russian ground forces arrived Pak for 1st ever Pak- Russian joint exercise (2 weeks) from 24 Sep to 10 Oct 2016 pic.twitter.com/eWzQMlENL6
— Gen Asim Bajwa (@AsimBajwaISPR) September 23, 2016
पीओके में होने वाला ये युद्ध अभ्यास दो हफ्ते तक चलेगा. दोनों देशो ने इसे ‘फ्रेंडशिप 2016’ नाम दिया हैं. रूस में पाकिस्तानी ऐंबैस्डर काजी खलीलुल्लाह ने पिछले हफ्ते कहा था कि संयुक्त अभ्यास का संदेश साफ है- दोनों देश आपस में मिलिटरी और टेक्निकल सहयोग बढ़ा रहे हैं.
ये खबर सामने आने के बाद मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाना लाज़मी हैं क्योंकि रूस भारत के पुराने खास दोस्तों में से रहा हैं.