6 दिसंबर, 1992 का दिन भारत के इतिहास में तो काला दिन है लेकिन इस दिन की मनहूसियत का सामना पड़ोसी देशों के लोगों भी करना पड़ा था. कारसेवकों द्वारा अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिरा देने के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश में सेकड़ों की संख्या में मंदिर गिराए गए थे. जो आज भी खंडर है.
बीबीसी से जुड़े पाकिस्तान पत्रकार शिराज हसन ने शहादत-ए-बाबरी के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश में फैली हिंसा के चलते तोड़े गए मंदिरों की तस्वीरें ट्विटर पर साझा की. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में ही करीब 100 मंदिरों को दंगाइयों ने गिरा दिया था.
Seetla Devi temple, probably the biggest #Hindu temple in #Lahore, was also partially damaged in 1992. It is home to several migrant families. #Pakistan #BabriMasjid pic.twitter.com/DCftCcHoFS
— Shiraz Hassan (@ShirazHassan) December 6, 2017
उन्होने ट्वीट में लिखा, “1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद पाकिस्तान में करीब 100 मंदिरों को दंगाइयों ने निशाना बनाया था. उन लोगों ने या तो इन मंदिरों को गिरा दिया या फिर उनमें तोड़-फोड़ की थी. इन अधिकांश मंदिरों में 1947 के देश बंटवारे के शरणार्थी रहते थे.”
Another abandoned temple in #Jhelum, there is a myth about this temple that whoever tries to damage this building he will be damaged (injure/die), some people tried to damaged this in 1992 but they fell from the top, hence nobody touched it since then. #Pakistan pic.twitter.com/bMA8wMdnhN
— Shiraz Hassan (@ShirazHassan) December 6, 2017
दूसरे ट्वीट में हसन ने लिखा है, “हमने इन खंडहर मंदिरों में रह रहे कई लोगों से बातचीत की है. इन लोगों ने साल 1992 के उस भयावह मंजर को याद करते हुए कहा कि हमने दंगाइयों से रहम की अपील की थी और कहा था कि यह हमारा आशियाना है, इसे मत तोड़ो लेकिन वो नहीं माने.”
In retaliation for the destruction of Babri Mosque in #India, the main structure of a Jain temple in #Lahore, razed to the ground on 8 December 1992. #Pakistan pic.twitter.com/KeAkVrKm5B
— Shiraz Hassan (@ShirazHassan) December 6, 2017
ध्यान रहे शहादत-ए-बाबरी की वजह से दुनिया भर में भारत का सिर शर्म से झुक गया था. दुनिया भर में भारत के कई दुतावासों पर उस दोरान हमले हुए थे. साथ ही विदेशों में रह रहे भारतीयों को भी लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा था. मुस्लिम देशों ने भी भारत के साथ रिश्ते खत्म कर दिए थे. ईरान ने तेल सप्लाय रोकने की धमकी दी थी.