अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ‘इस्लामी आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि आतंकवाद को किसी धर्म या नस्ल से जोड़ना उचित नहीं है. ऐसा करके हम उनकी बर्बरता को बचने का एक बहाना दे देते हैं.
वर्जीनिया के एक कार्यक्रम में ओबामा ने कहा, ‘सच्चाई यह है कि यह एक तरीके से गढ़ा गया मुद्दा है क्योंकि इस बात को लेकर कोई संदेह नहीं है कि अलकायदा या आईएसआईएल जैसे आतंकवादी संगठनों ने मूल रूप से बर्बरता एवं मौत को सही ठहराने के लिए तथ्यों को तोड़ा मरोड़ा है और इस्लाम के ठेकेदार होने का दावा करने की कोशिश की है.
ओबामा ने कहा कि उन्होंने बेहद सावधानी से हमेशा यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि इन हत्यारों को अमेरिका समेत विश्व भर में रहने वाले उन करोड़ों मुस्लिमों के साथ नहीं जोड़ा जाए जो शांतिप्रिय हैं, जिम्मेदार हैं, जो इस देश की सेना में हैं, पुलिस अधिकारी हैं, दमकलकर्मी हैं, शिक्षक हैं, पड़ोसी हैं और मित्र हैं.
ओबामा ने कहा कि वह सावधान हैं कि ये हत्यारे पूरी दुनिया में रहने वाले अरबों शांतिप्रिय और जिम्मेदार मुस्लिमों का सहारा लेने की कोशिश करेंगे, इसलिए उन्हें कभी भी मुस्लिम आतंकी नहीं कहा.