वाशिंगटन,अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने हाइड्रोजन बम के सफल परीक्षण के उत्तर कोरिया के दावे को लेकर एक कड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उत्तर कोरिया के परीक्षण के बाद क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति पर दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्यून हाई और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे से फोन पर अलग-अलग बातचीत की।
व्हाइट हाउस ने कहा, ‘तीनों नेताओं ने उत्तर कोरिया के नवीनतम लापरवाह आचरण के जवाब में एक एकीकृत और मजबूत अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की तरफ बढ़ने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’ शिंजो से ओबामा के बात करने के बाद व्हाइट हाउस ने कहा, ‘ओबामा ने जापान की सुरक्षा को लेकर अमेरिका की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की और दोनों नेता उत्तर कोरिया के नवीनतम लापरवाह आचरण के जवाब में एक एकीकृत और मजबूत अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की तरफ बढ़ने के लिए साथ काम करने पर सहमत हुए।’
ओबामा और पार्क के बीच हुई बातचीत में दोनों नेताओं ने परीक्षण की निंदा की और इस बात पर सहमत हुए कि उत्तर कोरिया की कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उसके दायित्वों एवं प्रतिबद्धताओं का एक और उल्लंघन है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने अपने जापानी और दक्षिण कोरियाई समकक्षों के साथ परीक्षण पर चर्चा की।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपात सत्र बुलाकर उत्तर कोरिया के परीक्षण की निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए स्पष्ट खतरा करार दिया।
परिषद ने उत्तरी कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने की भी चेतावनी दी। चीन सहित 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया द्वारा किए परमाणु परीक्षण से बने ‘गंभीर’ हालात से निपटने के लिए तुरंत मशविरा किया।
परिषद के सदस्यों ने पूर्व में कहा था कि अगर प्योंगयोंग परमाणु परीक्षण कर संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव का उल्लंघन करेगा तो आगे और बड़ा कदम उठाया जाएगा।
साभार अमर उजाला