रूसी विदेश मंत्रालय का कहना है कि यह एक “गलती” होगी कि मध्य पूर्व क्षेत्र में स्थायी शांति इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष को हल किए बिना सुरक्षित हो सकती है। इजरायल और अरब के बीच सामान्यीकरण समझौतों के बावजूद फिलिस्तीनी मुद्दा “तीव्र” बना हुआ है।
मंत्रालय ने गुरुवार को जारी बयान में कहा, “इजरायल और कई अरब देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया में चल रही प्रगति को ध्यान में रखते हुए, हम कहते हैं कि फिलिस्तीनी समस्या तीव्र बनी हुई है।” उन्होंने कहा, “यह सोचना गलत होगा कि इसके निपटान के बिना मध्य पूर्वी क्षेत्र के विश्वसनीय स्थिरीकरण को प्राप्त करना संभव होगा।”
मॉस्को ने क्षेत्रीय और वैश्विक शक्तियों से इस मुद्दे को हल करने के लिए “समन्वित प्रयासों को तेज” करने का आग्रह किया। उन्होने कहा, “इस संबंध में, हम इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में समन्वित प्रयासों को तेज करने के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों का आह्वान करते हैं। रूस इस तरह के संयुक्त कार्य के लिए तैयार है।”
बता दें कि इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा आयोजित एक अमेरिकी-कार्यक्रम में अमीराती विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान और बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल्लातिफ अल ज़ायनी के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए।