चीन की कम्युनिस्ट सरकार अल्प्संखयक मुस्लिम समुदाय का धार्मिक उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रही है. अब चीनी सरकार ने जातीय हुयी मुस्लिम अल्पसंख्यकों के धार्मिक शिक्षा हासिल करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
इस आदेश के बाद ‘हुई मुस्लिमों’ का ये डर सता रहा है कि चीनी सरकार गांसु के इस उत्तर-पश्चिम प्रांत में वहीँ कदम उठा सकती है. जो झिंजियांग क्षेत्र में उइघुर मुस्लिमों के खिलाफ उठाए गए थे.
ध्यान रहे झिंजियांग क्षेत्र में उइघुर मुस्लिमों के खिलाफ चीनी सरकार रोजा, नमाज, कुरान की शिक्षा हासिल करने पर सख्त प्रतिबंध लगा चुकी है. उइघुर मुस्लिमों को किसी भी धार्मिक कार्यक्रम से पहले प्रशासन की इजाजत लेनी पड़ती है.
हेनान के पूर्वी प्रांत के हुई इमाम ली हईयांग ने कहा, “हमें लगता है कि यह हास्यास्पद है और आश्चर्यचकित करने वाला आदेश हैं”, जो एक व्यापक रूप से चीन की संविधान का उल्लंघन करने की नीति का निंदा करता है.
आप को बता दें कि ‘हुई मुस्लिमों’ को उग्रवादी के तौर पर प्रचारित किया जाता रहा है. हालांकि ‘हुई मुसलमान’ इन आरोपों को सिरे से खारिज करते है.