तुर्की ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेशमंत्री की और से उस्मानिया सल्तनत के खिलाफ विवादस्पद ट्वीट करने के बाद अब अंकारा स्थित यूएई दूतावास की सड़क का नाम बदल दिया है. इस सड़क का नाम उस्मानिया सल्तनत के उस कमांडर के नाम पर रखा गया था. जिसे यूएई विदेशमंत्री ने डाकू बताया था.
तुर्की सरकार ने यूएई दूतावास की सड़क का नाम बदलकर ओट्टोमन कमांडर फहरदीन पाशा के नाम पर रखा है. जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मदीना का बचाव किया था. इसके अलावा दूतावास से जुडी एक अन्य सड़क का नाम “मदीना डिफेंडर स्ट्रीट” रखा गया है.
ध्यान रहे संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने बीते दिनों तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगान के बुजुर्गों पर 20 वीं शताब्दी के शुरुआती दिनों में मदीना में अपहरण और डकेती, लूटमार करने का आरोप लगाया था.
अल नाहयान ने अपने ट्वीट में कहा था, 1916 से 1919 तक मदीने के गवर्नर रहा फहरदीन पाशा एक चोर था. जो मदीना की संपत्ति चुरा कर डमस्कस के रास्ते ट्रेन से इस्तांबुल ले गया था. इसी के साथ उन्होंने कहा था, तुर्कों ने महमूदिया लाइब्रेरी में हस्तलिखित पुस्तकों को चुराया और उन्हें इस्तांबुल ले गये.
इस बयान के सामने आने के बाद तुर्की राष्ट्रपति बिफर पड़े और उन्होंने कहा कि वह फ़हरदीन पाशा ही था जिसने ब्रिटिश योजनाओं के खिलाफ मदीना का बहादुरी से बचाव किया था. उन्होंने सवाल किया कि जब फ़हरदीन पाशा मदीना की रक्षा कर रहे थे, आपके पूर्वज कहाँ थे?.” आपके पूर्वजों ने कुछ नहीं किया इसलिए आप दुखी होते हैं, और हमें बदनाम करते हैं.