जहाँ एक तरफ दुनिया सीरिया में मारे जा रहे है बेगुनाह लोगो की मौतों से चिंतित है वही ईरानी के धार्मिक गुरु ने इस पर खुशियाँ मनाते हुए विवादित बयान दिया है की यह काफिरों पर मुसलमानों की जीत है. शायद धर्मगुरु उस काफिर की बात कर रहे है जिसकी उम्र 5 वर्ष है और जो आसमानी बमबारी में घायल हो गया था और बिना बेहोश किये उसकी सर्जरी की जा रही थी और वो 5 वर्ष का बच्चा दर्द से कराहते हुए कुरआन शरीफ की तिलावत कर रहा है.(विडियो देखें )
आइये देखते है ईरानी धर्मगुरु ने क्या बयान दिया है
ईरान के प्रमुख धर्मगुरु और राजनेता अयातुल्ला मोहम्मद इमामी कशानी ने अलेप्पो में सेना की जीत पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा हैं कि काफिरो पर मुसलमानो की जीत हुई. इस बात की सूचना ईरान की कई न्यूज़ एजेंसियों ने दी.
अल-अलम न्यूज़ चैनल की वेबसाइट की शुक्रवार को प्रकाशित हुई ख़बर के अनुसार अयातुल्ला मोहम्मद इमामी कशानी ने कहा कि अलेप्पो मुक्त हुआ हैं और ये मुसलमानो की काफिरो पर जीत हैं.

ईरान के एक और न्यूज़ पेपर के अनुसार कशानी ने कहा कि ये जीत, तपन और दृढ़ संकल्प का एक परिणामस्वरुप हासिल हुई हैं. उल्लेखनीय हैं कि हाल ही में सीरियन सेना और रूस के सेना ने सीरिया के पूर्वी शहर अलेप्पो को आतंकियों से आज़ाद कराया हैं.इस खबर की पुष्ठी सऊदी अरब की न्यूज़ एजेंसी अल-अरेबिया ने भी की.
हालाँकि इस दौरान हुई आम नागरिको को मौत के पीछे दुनिया भड़क से राष्ट्रपति बशर अलअसद, रूस और ईरान को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा था, कई मीडिया खबरों ने तो यहाँ तक लिखा कि असद की सेना अपने ही नागरिको की हत्या कर रही हैं वही ईरान पर भी इसके लिए आरोप लगाए जा रहे थे.
लेकिन वही सीरिया की एक रिपोर्टर ने फेसबुक पर एक पोस्ट कर लिखा ऐसा कुछ नहीं हो रहा हैं ये सब झूट हैं और असद की सेना नागरिको की हिफाज़त के लिए काम कर रही हैं, इसके अतरिक्त रूस के चैनल आर टी का भी दावा था कि ये मीडिया का झूठा प्रोपोगंडा हैं.
Web-Title: Muslim victory over infidel in Aleppo
Key-Words: Aleppo, Army, victory, Syria