इस्लाम धर्म के तीसरे सबसे पवित्र शहर अल-कुद्स यानि जेरुसलम को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यहूदियों को सौंपे जाने की कोशिश को बड़ा झटका लगा है.
बुधवार को तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित हुई 57 मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामी सम्मेलन (ओआईसी) की बैठक में न केवल पूर्वी जेरुसलम को फिलिस्तीन की राजधानी घोषित किया गया. साथ ही अमेरिका को फिलिस्तीन मामले में शांति समझौते से भी अलग कर दिया गया.
इसी के साथ मुस्लिम देशों ने अब अपने दूतावास पूर्वी जेरुसलम में शिफ्ट करने की भी तैयारियां शुरू कर दी है. तुर्की और लेबनान के विदेश मंत्रालय ने अपने दूतावास पूर्वी जेरुसलम में शिफ्ट करने का फैसला किया है.
लेबनान के विदेशमंत्री जिबरान बासिल ने फ़िलिस्तीन की राष्ट्रीय सरकार के नाम एक पत्र लिखकर फ़िलिस्तीन की राजधानी के रूप में बैतुल मुक़द्दस में लेबनान का दूतावास खोलने की अपील की थी जिस को फ़िलिस्तीन की सरकार ने स्वीकार कर लिया.
लेबनानी विदेशमंत्री ने कहा कि फ़िलिस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास ने कहा है कि जितना संभव है उतने कम समय में पूर्वी बैतुल मुक़द्दस में लेबनान का दूतावास खोलने के लिए इमारत ख़रीदी जाएगी.