पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर के क़त्ल में मुजरिम क़रार दिए गए मुमताज़ क़ादरी को फांसी दे दी गई. रावलपिंडी में जेल अधिकारियों का कहना है कि उन्हें सोमवार सुबह अडयाला जेल में फांसी दी गई.
उनको फांसी देने के बाद पूरे पाकिस्तान में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. कराची और लाहौर समेत पाकिस्तान के कई हिस्सों से मुमताज़ क़ादरी को फांसी दिए जाने के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन की भी ख़बरें मिल रही हैं.
पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी ले लिया है जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने पूरे पाकिस्तान में मुमताज़ क़ादरी बचाओ अभियान चला रखा था.
उन्हें फांसी दिए जाने की ख़बर को गुप्त रखा गया था और केवल कुछ उच्च अधिकारियों को ही इस बात की जानकारी थी. फांसी से ठीक पहले मुमताज़ क़ादरी के परिवार वालों को उनसे मिलने की इजाज़त दे दी गई थी और फांसी दिए जाने के समय अडयाला जेल की तरफ़ जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया था.
फांसी देने के लिए जल्लाद को एक विशेष गाड़ी के ज़रिए लाहौर से रावलपिंडी की अडयाला जेल लाया गया था. मुमताज़ क़ादरी पंजाब पुलिस की एलीट फ़ोर्स के सदस्य थे और सलमान तासीर की सुरक्षा में तैनात थे. उन्होंने जनवरी 2011 में अपने सरकारी हथियार से सलमान तासीर की हत्या कर दी थी.
इस जुर्म के लिए आतंकवाद निरोधी अदालत ने उन्हें फांसी की सज़ा सुनाई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी दिसंबर 2015 में बरक़रार रखा था. मुमताज़ क़ादरी ने इसके बाद राष्ट्रपति से माफ़ी की अपील की थी लेकिन राष्ट्रपति ने उनकी अपील ठुकरा दी थी. (BBC)