वित्तयी अनियमितताओं की आरोप झेल रही मॉरीशस की पहली महिला राष्ट्रपति अमीनाह गुरीब-फकीम अब अपने पद से इस्तीफा देना होगा. दरअसल, अमीनाह गुरीब पर एक एनजीओ के पैसे को दुबई में अपने शॉपिंग के लिए खर्च करने का आरोप है.
प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनॉथ ने शुक्रवार को बताया कि 12 मार्च को मॉरीशस की 50वीं वर्षगांठ के जश्न के बाद अमीना अपने पद से इस्तीफा दे देंगी. जुगनॉथ ने कहा, ‘गणराज्य की राष्ट्रपति ने मुझसे कहा कि वह पद से इस्तीफा दे देंगी तथा हम उनके पद से हटने की तारीख पर राजी हो गए.’
हालांकि 2015 में मॉरीशस की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं अमीना गुरीब-फकीम ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया है. उनका कहना है कि उन्होंने एनजीओ का सारा पैसा वापस कर दिया था. सात मार्च को दिए अपने एक भाषण में उन्होंने कहा था, ‘मुझ पर किसी की देनदारी नहीं है. यह मुद्दा एक साल बाद क्यों उठाया जा रहा है.’

एक स्थानीय अखबार ने हाल ही में खुलासा किया था कि राष्ट्रपति ने इटली और दुबई में शॉपिंग के लिए प्लैनेट अर्थ इंस्टिट्यूट के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया. यह ऑर्गेनाइजेशन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करता है. गौरतलब है कि इसी ऑर्गनाइजेशन में मॉरीशस की राष्ट्रपति फकीम अनपेड डायरेक्टर रह चुकीं हैं.
अमीनाह गुरीब का नाम भी उस लिस्ट में शामिल हो गया है जिसमें देश के नेताओं और अधिकारियों को भ्रष्टाचार या दुर्व्यवहार के आरोपों में इस्तीफा देना पड़ा हो. पिछले साल नवंबर में पूर्व उप प्रधानमंत्री को अनुचित टिप्पणियों के कारण इस्तीफा देना पड़ा था. वहीं सितंबर में अटॉर्नी जनरल ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच को शुरू करने देने के लिए इस्तीफा दिया था.