शराब व्यापारी विजय माल्या ने भारतीय बैंकों द्वारा ब्रिटेन में संपति की कुर्की को लेकर कहा कि ब्रिटेन में उनकी कोई प्रॉपर्टी नहीं है और जो भी प्रॉपर्टी है वह उनके मां और बच्चों के नाम है। जिनहे कोई छू भी नहीं सकता।
विजय माल्या ने रविवार को कहा कि वह कोर्ट के एन्फोर्समेंट ऑफिसर्स के आदेशों का पालन करेंगे, लेकिन उनके पास कुछ करने के लिए नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसकी वजह यह है कि ब्रिटेन स्थित आलीशान आवास उनके नाम पर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में उनके नाम बस कुछ कारें और ज्यूलरी ही हैं जिन्हें वह कभी भी सौंपने को तैयार हैं।
माल्या ने कहा,’ भारत में चुनावी साल है. मुझे लगता है कि वे मुझे वापस लाकर सूली पर लटका देना चाहते हैं ताकि उन्हें ज्यादा वोट मिल सकें।’ उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से इंग्लैंड का निवासी और एनआरआई रहा हूं। तो मैं कहां वापस आता? इसलिए फरार होने की बात क्यों कही जा रही है? इसके पीछे राजनीति है।’
माल्या ने कहा, ‘मेरे पास कुछ कारें हैं, कुछ जूलरी है। मैंने कहा कि इनके लिए आपको मेरे घर आने की जरूरत नहीं है। मैं इन्हें खुद ही सौंप दूंगा, बस मुझे टाइम, तारीख और जगह बता दीजिए।’ उन्होने कहा, ‘मेरे बेघर होने का कोई सवाल नहीं है क्योंकि आखिरकार उन्हें वही मिलेगा जो मेरे नाम पर है। वे इससे एक कदम आगे नहीं जा सकते।’
बता दें कि माल्या पर बैंकों का 9 हजार करोड़ का लोन बकाया है। भारत विजय माल्या को प्रत्यर्पित करने की कोशिशों में जुटा हुआ है। इस मामले में सितम्बर तक फैसला आ सकता है। 31 जुलाई बयान दर्ज करने की आखिरी तारीख है।