शनिवार को हजारों लोगों ने मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पु की सड़कों पर उतर कर प्रधानमंत्री नजीब रजाक के इस्तीफे की मांग की. नजीब रजाक पर सरकारी फण्ड से 1 अरब $ के घोटाले का आरोप हैं.
Malaysia’s clean government movement के तहत हजारों प्रदर्शनकारी पीले रंग की टी-शर्ट पहन कर नजीब को हटाने की मांग करते हुए राजधानी की सड़कों पर उतर आयें. प्रदर्शनकारियों और सरकार समर्थित नेशनल फ्रंट के समर्थकों ‘रेड शर्ट्स’ के बीच किसी तरह की झड़प को टालने के लिए अधिकारियों ने प्रदर्शन मार्गों पर लगभग 7,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है.
अधिकारियों ने शुक्रवार को कम से कम आठ विरोधी नेताओं जिनमे Bersih के प्रधानिका, मारिया चिन अब्दुल्ला सहित गिरफ्तार करके शांतिपूर्ण प्रदर्शन को विफल करने की कोशिश की थी. ह्यूमन राइट्स अधिवक्ता ने गिरफ्तारी की निंदा की. वहीँ प्रधानमंत्री नजीब ने कहा कि वह प्रदर्शनकारियों के दबाव में नहीं आएंगे और प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने लगभग एक अरब डॉलर स्टेट इन्वेस्टमेंट फंड 1 एमडीबी से अपने व्यक्तिगत खाते में स्थानांतरित किये. साल 2009 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नजीब ने 1 एमडीबी का गठन किया था, जिसपर साल 2014 तक 11 अरब डॉलर का कर्ज हो गया है.